देहरादून, 23 अक्टूबर । देश में ईवीएम का गलत इस्तेमाल हो रहा है तथा चुनाव आयोग भी अब निष्पक्ष अंपायर नहीं रह गया है। इसलिए ईवीएम को हटाया जाना चाहिए और वैलिड पेपर से चुनाव कराए जाने चाहिए।
बुधवार को एक कार्यक्रम में यह बात राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कही गई। हरीश रावत का कहना है कि ईवीएम को लाया तो गया था जन सुविधा के लिए लेकिन इस तकनीक का इस्तेमाल गलत किया जा रहा है। जिसकी वजह से देश में निष्पक्ष चुनाव नहीं हो पा रहे हैं। राजनीतिक दलों का भरोसा निर्वाचन आयोग से उठ चुका है क्योंकि अब निर्वाचन आयोग भी निष्पक्ष अंपायर नहीं रह गया है। वह भी अन्य तमाम एजेंसियों की तरह सत्ता के प्रभाव में या कहे कब्जे में है। उनका कहना है कि लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष चुनाव जरूरी है। ईवीएम के बजाय हमें वैलिड पेपर की पुरानी व्यवस्था पर लौटना चाहिए। हमसे पहले तमाम अन्य देशों में ईवीएम से चुनाव हुए किंतु अब उन्होंने भी ईवीएम को हटा दिया है क्योंकि इस तकनीक के दुरुपयोग की संभावना को रोका नहीं जा सकता है।
उनसे जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बारे में पूछा गया कि वह उन्हें कैसे लगाते हैं तो हरीश रावत ने कहा कि उन्हें धामी अच्छे लगते हैं। धामी की कौन सी खास बात है जो उन्हें अच्छी लगती है तो हरीश ने कहा कि उनका मुस्कराता हुआ चेहरा। उन्होंने कहा कि वह बस मुस्कुराते रहते हैं करते कुछ नहीं है। उनके अपने भावी राजनीतिक भविष्य के बारे में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि वक्त का फेर है वक्त को फिरने दीजिए इस सवाल का जवाब भी आपको मिल जाएगा।
