देहरादून/ हरिद्वार 31 अक्टूबर । बकरी चुगान के लिए गये 13 वर्षीय किशोर की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने एक नाबालिग को पुलिस संरक्षण में लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि बीती 25 अक्टूबर को थाना कलियर पर स्थानीय निवासी आस मोहम्मद ने तहरीर देकर बताया गया कि उसका बेटा उवेश (13) जो 24 अक्टूबर को घर से बकरी चुगाने गया था लापता हो गया है। पुलिस ने मामले में गुमशुदगी दर्ज कर नाबालिग की तलाश शुरू कर दी। 26 अक्टूबर को ग्राम बेलडा निवासी ग्रामीण द्वारा सूचना दी गई कि उनके गन्ने के खेत में एक किशोर का शव पड़ा हुआ है। पुलिस मौके पर पहुंची जिसकी शिनाख्त गायब हुए बालक उवेश रूप में की गई।
पुलिस छानबीन करते हुए एक संदिग्ध बच्चे को संरक्षण में लिया। पूछताछ में पता चला कि घटना के दिन हत्यारोपी खेत से पत्ती (चारा) काट बाहर चक रोड पर आया तो उसे वहां पर मृतक बालक उवेश मिला। आरोपी ने उवेश को बताया कि अन्दर किसी चरवाहे की बकरी है। अगर कोई चरवाह ढूंढते हुये आया तो बकरी उसे दे देंगे वरना अपने घर ले जायेंगें। आरोपी की बातों में आकर उवेश साथ में खेत की ओर चल दिया। दोनों होटल व्यू कैनाल वाली कच्ची सडक से अन्दर गये तो एक दो खेत छोडकर गन्ने का खेत शुरु हो गया जहां आरोपी ने खाली जगह देख अपने पायजामे का नाड़ा (डोरी) पीछे से उवेश के गले में डाल दिया व उसका गला दबा दिया। फिर पास के ट्यूबैल से लायी गई ईंट के वार कर उसका चेहरा कुचल दिया था। इसके बाद आरोपी मृतक के शव को घसीट कर गन्ने के खेत में छोड आया।
पूछताछ में हत्यारोपी नाबालिग बच्चे ने बताया कि वह एक व्यक्ति के साथ गौकशी में हाथ बंटाता था और गौमांस इधर—उधर बांटने में मदद करता था, जिसके एवज में उसे नगद रुपए मिलते थे। कुछ दिन पूर्व उवेश ने आरोपी को यह काम करते हुये देख लिया और इस बारे में अपने घर एवं आसपास के लोगों को बता दिया। इस बदनामी से नाराज हत्यारोपी ने उवेश को जान से मारने की ठान ली थी।
