देहरादून, 30 नवंबर। साईिकल रैली और चंद्रायनी माता की पूजा अर्चना के साथ 50वें स्वर्ण जयंती खलंगा मेले का शुभारम्भ हुआ।
शनिवार को बलभद्र खलंगा विकास समिति द्वारा 50वें स्वर्ण जयंती खलंगा मेला -2024 के पहले दिन का शुभारंभ हुआ। समिति के अध्यक्ष कर्नल वक्रिम सिंह थापाजी, गोर्खाली सुधार सभा के अध्यक्ष पदम सिंह थापा, समिति उपाध्यक्षा बीनू गुरूंग, सचिव प्रभा शाह एवं उपस्थित महानुभावों ने खलंगा युद्ध स्मारक (सहस्त्रधारा रोड) में पुष्पाजंलि अर्पित किए। समिति द्वारा स्वास्थ्य जागरूकता, पर्यावरण संरक्षण संवर्धन एवं स्वच्छता के संदेश हेतु प्रात:7:00 बजे खलंगा बहादुरी साईिकल रैली प्रारंभ हुई। यह रैली खलंगा युद्ध स्मारक सहस्त्र धारा रोड से प्रारंभ होकर खलंगा युद्ध कीर्ति स्तंभ नालापानी में समाप्त हुई। समिति अध्यक्ष कर्नल वक्रिम थापा सिंह ने हरी झण्डी दिखाकर रैली का शुभारंभ किया।
सचिव प्रभा शाह ने जानकारी देेते हुए बताया कि सन् 1814 में गोर्खाली तथा उत्तर भारत के गढ़वाली एवं कुमाऊंनी और स्थानीय लोग लगभग 600 वीर, वीरांगनाओं , योद्धाओं ने सेनापति बलभद्र थापा के नेतृत्व में अदम्य साहस का परिचय देते हुए तीन बार अंग्रेजों के आक्रमण को पूरी तरह विफल कर दिया था। इस युद्ध में सेनानायक बलभद्र थापा के केवल 600 सैनिकों जिनमें वीर वीरांनाओं एवं बच्चों ने भी अपने प्राचीन हथियारों भरवा बंदूक, धनुष -बाण, भाला,बरछी और खुखरी से लैस थी और अंग्रेजों के आक्रमण को विफल कर दिया था। वीर सेनानायक बलभद्र थापा एवं उनके वीर सैनिक इस चंद्रयानी मंदिर में प्रतिदिन पूजा अर्चना किया करते थे। समिति द्वारा इस मंदिर की चारदीवारी नर्मिाण हेतु वन विभाग से संपर्क एवं लिखित निवेदन किया गया है। शनिवार प्रात: से चंद्रयानी मंदिर नालापानी में अध्यक्ष एवं समिति सदस्यों ने पंडित कृष्णा पंथी के साथ पूजा-यज्ञ किया। इसके पश्चात भंडारे का आयोजन भी किया गया।
आज इस आयोजन में कर्नल सीबी थापा, कर्नल एमबी राना, राम सिंह थापा, कै.वाईबी थापा, संजय थापा, एडवोकेट एलबी गुरूंग,पूर्व अध्यक्ष राम सिंह थापा, दीपक बोहरा, कर्नल डीएस खड़का, शमशेर थापा, सुनीता गुरूंग, नीरा थापा आदि उपस्थित थे।