देहरादून/पौड़ी। तीन दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड आए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पारिवारिक समारोह के लिए अपने पैतृक गांव आए हैं। उन्होंने यहां आयोजित कई धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों में भी भाग लिया। जन्मभूमि की महत्ता और उससे प्रेम की क्या मायने होते हैं उनके अभिभाषण और विचारों में उत्तराखंड और अपने क्षेत्र के विकास को लेकर जो चिंता व्यक्त की गई वह इसका एक उदाहरण है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज पौड़ी गए जहां तिरंगा पार्क में 100 मीटर ऊंचा झंडा रोहण किया तथा बागेश्वर के महादेव मंदिर में पूजा अर्चना की तथा जीबी पंत कृषि विश्वविघालय द्वारा आयोजित कृषि मेले का उद्घाटन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य से हो रहे पलायन और बढ़ती नशावृत्ति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि पलायन वर्तमान समय में सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि बिना विकास के पलायन को नहीं रोका जा सकता है। विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करने के लिए लोगों का आत्मनिर्भर होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत को खाघान्न में आत्मनिर्भर बनाने में जीबी पंत कृषि विश्वविघालय का अहम योगदान रहा है जब देश को आजादी मिली तब देश की आबादी 40 करोड़ थी लेकिन उसके बावजूद भी हमारे पास पर्याप्त खाघान्न पैदा नहीं होता था। जीबी पंत कृषि विश्वविघालय से देश में हरित क्रांति आई और आज 140 करोड़ लोगों के होते हुए भी हम न सिर्फ खाघान्न में आत्मनिर्भरता पा चुके हैं बल्कि 80 करोड़ लोगों को मुफ्त खाघान्न दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के पास विकास की अपरिमित संभावनाएं हैं। डेयरी उघोग व पशुपालन के साथ बागवानी तथा कृषि क्षेत्र खासकर दाल—सब्जी के उत्पादन को बढ़ाकर हम आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
उन्होंने राज्य के युवाओं में बढ़ती नशा वृत्ति पर भी चिंता जाहिर की और कहां कि इसे रोके जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देवभूमि देश का मुकुट है हम हमारी पारंपरिक संस्कृति के संरक्षण व आय के नए संसाधन जुटा कर उत्तराखंड का विकास कर सकते हैं उन्होंने पशुपालन, बागवानी व सब्जियों के उत्पादन को बढ़ावा देने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि पंतनगर विश्वविघालय द्वारा बकरी पालन व सब्जी उत्पादन में नई किस्मों को जोड़कर किसानों की आय बढ़ाने में मदद की जा रही है। इस दौरान पूर्व सीएम व हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत, काबीना मंत्री सतपाल महाराज, धन सिंह रावत व विधायक रेणु बिष्ट सहित अनेक लोग उनके साथ रहे। मुख्यमंत्री उस स्कूल भी गए जहां वह पढ़ते थे। कल 7 फरवरी को उनकी भतीजी की शादी है तथा 8 फरवरी को वह वापस लखनऊ लौटेंगे।
