चमोली/पांडुकेश्वर। चमोली के पास गोविंद घाट स्थित अलकनंदा नदी पर बना पुल भूस्खलन के कारण टूटने से फूलों की घाटी और हेमकुंड साहिब जाने का रास्ता बंद हो गया है। कई वाहन भी अलकनंदा नदी के उसे पार फंस गए हैं। यह जानकारी चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने दी।
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में हाल ही में हुई बारिश और बर्फबारी, भूस्खलन के कारण इस पुल के क्षतिग्रस्त होने से घांघरिया, भ्यूंडार, खागड़िया व पुलना गांव तक पैदल आवाजाही भी ठप हो गई है। इसी मार्ग से काकभुसंड जैसे पवित्र स्थल और ट्रैकिंग स्थल भी जुड़ते हैं। हेमकुंड साहिब के लिए जाने के लिए भी यही एकमात्र रास्ता है। 25 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने हैं।
भूस्खलन की सूचना मिलने पर चमोली का जिला प्रशासन मौके पर पहुंच गया है। जिसमें लोक निर्माण विभाग तथा परिवहन व पुलिस की टीमों के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम भी शामिल है। इस पुल का निर्माण 2015 में किया गया था। गोविंद घाट गुरुद्वारे के पास बने इस लोहे के पुल के टूटने से स्थानीय लोगों की भी समस्याएं बढ़ गई है तथा नदी के पार फंसे वाहनों को भी पुल ठीक न होने से पहले निकाल पाना संभव नहीं होगा।
