देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण वर्चुअल बैठक की, जिसमें उन्होंने जनसेवाओं की गुणवत्ता बेहतर बनाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने साफ कहा कि जनता से जुड़ी सुविधाओं—जैसे सड़कों की मरम्मत, पेयजल की निर्बाध आपूर्ति और जंगलों में आग पर नियंत्रण—पर पूरी गंभीरता से काम किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलाधिकारी यह सुनिश्चित करें कि उनके क्षेत्र की सड़कें गड्ढा मुक्त हों और यह काम अगले 15 दिनों में हर हाल में पूरा हो। साथ ही, बरसात से पहले नालों की सफाई और नदी से अतिरिक्त मिट्टी/गाद निकालने का काम भी समय पर हो जाए ताकि जलभराव जैसी समस्याएं न हों।
जनता की समस्याओं का तुरंत समाधान हो, इसके लिए उन्होंने सुझाव दिया कि तहसील दिवस, जनता दरबार और ब्लॉक स्तर पर बहुउद्देशीय शिविरों का आयोजन नियमित रूप से किया जाए। उन्होंने ये भी कहा कि अतिक्रमण के खिलाफ सख्त अभियान चलाएं और खाद्य सामग्री की नियमित सैंपलिंग सुनिश्चित की जाए ताकि लोगों को शुद्ध खाद्य पदार्थ मिल सकें।
ग्रीष्मकाल को देखते हुए पानी और बिजली की आपूर्ति में किसी तरह की दिक्कत न आए, इसकी पूरी तैयारी अभी से करने के निर्देश दिए गए। यदि जरूरत पड़े तो पेयजल टैंकरों की व्यवस्था पहले से ही कर ली जाए।
आगामी चार धाम यात्रा की तैयारियों का ज़िक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा मार्ग से जुड़े जिलों में कंट्रोल रूम पूरी तरह सक्रिय रहें और यात्रियों को ट्रैफिक, मूलभूत सुविधाओं और सुरक्षा से जुड़ी किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके लिए जिलाधिकारी समय-समय पर खुद स्थलीय निरीक्षण भी करें।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि किसी भी सरकारी कर्मचारी को एक ही जगह पर तीन साल से ज़्यादा समय तक न रखा जाए और ऐसे मामलों में जल्द ट्रांसफर की कार्रवाई की जाए। उन्होंने राज्य और केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को आम लोगों तक प्रभावी ढंग से पहुंचाने की जरूरत पर भी बल दिया।
बैठक में शासन के वरिष्ठ अधिकारी, मंडलायुक्त, पुलिस अधिकारी और सभी जिलाधिकारी मौजूद रहे और उन्होंने अपने-अपने जिले की तैयारियों और योजनाओं की जानकारी साझा की।