देहरादून। बीते सप्ताह खराब मौसम और भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव की खबरों के कारण चार धाम यात्रा की रफ्तार में कमी देखी गई थी। हालांकि, मौसम में सुधार और युद्ध की आशंकाओं के कम होने के बाद अब यात्रा ने फिर से गति पकड़ ली है। श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है और चारों धामों में भक्ति का उत्साह फिर से लौट आया है।
इस बार चार धाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं में शुरू से ही जबरदस्त उत्साह देखा गया। यात्रा शुरू होने से पहले ही 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया था, जबकि हेली सेवा की बुकिंग एक ही दिन में पूरे महीने के लिए फुल हो गई थी। हालांकि, यात्रा की शुरुआत खराब मौसम के साथ हुई, जिसके चलते धामों और पड़ावों पर श्रद्धालुओं को जगह-जगह रोकना पड़ा। दर्शन व्यवस्था में गड़बड़ी, हेली सेवाओं का प्रभावित होना और एक हेली दुर्घटना में छह लोगों की मौत ने यात्रा को शुरुआती झटका दिया। इसके अलावा, घोड़ों और खच्चरों में संक्रामक बीमारी फैलने से भी यात्रियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा।
अब स्थिति में काफी सुधार हुआ है। हेली सेवाएं सुचारु हो गई हैं और घोड़े-खच्चर भी स्वस्थ होकर यात्रा में लौट आए हैं। भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम होने और सीजफायर की खबरों के बाद श्रद्धालुओं ने रुकी हुई यात्रा फिर से शुरू कर दी है। पहले कई श्रद्धालुओं ने अपनी यात्रा स्थगित कर दी थी और होटल बुकिंग रद्द कराई थी, लेकिन अब धामों में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने लगी है।
तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि चारों धामों में व्यवस्थाएं पूरी तरह सुचारु कर ली गई हैं। खास तौर पर केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं का भारी उत्साह देखा जा रहा है। धामों में ठहरने की पर्याप्त व्यवस्था है और प्रतिदिन 20 से 25 हजार श्रद्धालु दर्शन कर सकते हैं। बद्रीनाथ धाम में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
