देहरादून, 15 अगस्त । जम्मू—कश्मीर के डोडा में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हुए देहरादून के कैप्टन दीपक सिंह का पार्थिव शरीर वृहस्पतिवार को दोपहर जॉली ग्रांट हवाई अड्डे पर पहुंचने की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उमड़ पड़े। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल गुरूमीत सिंह भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने जॉली ग्रांट पहुंचे। मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर शहीद कैप्टन दीपक सिंह के पिता और परिजनों को ढांढस बंधाते हुए कहा कि सरकार और प्रदेश के लोग इस दुख की घड़ी में उनके साथ खड़े हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि आज जब देश स्वतंत्रता दिवस मना रहा है वहीं उत्तराखंड के एक सपूत की शहादत से उनका मन दुखी है। उन्होंने कहा कि देवभूमि के सपूतों ने अपने खून से हमेशा देश की सरहदों की रक्षा की है। इस अवसर पर मौजूद शहीद दीपक सिंह के पिता ने कहा कि एक पिता के लिए इससे ज्यादा बड़ा गर्व का क्षण कोई नहीं हो सकता है लेकिन बेटे के चले जाने का दुख एक पिता ही समझ सकता है।
बुधवार को सेना को एक सूचना मिली थी कि डोडा के उधमपुर की तहसील रामनगर के डूडू वसंत गढ़ की पहाड़ियों में कुछ आतंकी छिपे हुए हैं। इस सूचना पर सेना द्वारा जब सर्च अभियान चलाया गया तो आतंकियों के साथ सेना के जवानों की मुठभेड़ हो गई। जिसमें एक आतंकी को मार गिराया गया। दीपक रावत गंभीर रूप से घायल होने के कारण सैन्य अस्पताल में भर्ती कराए गए थे जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया था। सेना के जवान व अधिकारी आज उनका शव लेकर देहरादून जौली ग्रांट पहुंचे जहां से उनका पार्थिव शरीर उनके आवास लाया गया है। उनका अंतिम संस्कार आज ही हरिद्वार में किया जाएगा।