देहरादून, 25 सितम्बर। डेमोग्राफी चेंज, लव जिहाद और लैंड जिहाद जैसे मुद्दे क्या उत्तराखंड की धामी सरकार द्वारा पैदा किए गए मनगढ़ंत मुद्दे हैं या फिर वास्तव में यह एक जमीनी हकीकत है? यह सवाल इसलिए उठाया जा रहा है क्योंकि इन मुद्दों को लेकर अब पक्ष—विपक्ष आमने—सामने है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा मीडिया से चर्चा करते हुए बुधवार को कहा कि इन मुद्दों को लेकर सूबे की भाजपा सरकार पर जो सवाल उठाए गए हैं उन पर गौर किया जाना जरूरी है। माहरा का कहना है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बीते कुछ समय से राज्य की डेमोग्राफी चेंज के मुद्दे को जोर—शोर से उठते रहे हैं। जबकि राज्य में ऐसा कहीं भी कुछ भी नहीं हो रहा है। उनका कहना है कि राज्य में अनाधिकृत रूप से आकर कोई कैसे बस सकता है वह भी इतनी बड़ी संख्या में कि वह आपके अधिकारों और संस्कृति को प्रभावित या दूषित कर सके। आमतौर पर अन्य तमाम राज्यों में दूसरे राज्यों के लोग आते जाते हैं रहते हैं तथा काम धंधा भी करते हैं यह उत्तराखंड के लिए कोई अलग या नई बात तो है नहीं। उनका कहना है कि अगर वास्तव में ऐसा कुछ कहीं होता है तो समझ में आता लेकिन कहीं कुछ ऐसा धरातल पर नहीं होता दिख रहा है। सत्ता में बैठे लोग लव जिहाद और लैंड जिहाद जैसे मुद्दों को हवा देकर प्रदेशवासियों के मन में डर और भय पैदा कर रहे हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष माहरा के इस तरह के बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने कहा है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का यह बयान और सोच हैरान करने वाली है। उनका कहना है कि या तो उन्हें जमीनी हकीकत की जानकारी नहीं है या फिर वह जानबूझकर इस तरह के बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकार वार्ता कर इस तरह की बातें कहना हैरान करता है। सरकार द्वारा अवैध रूप से कब्जायी गयी जमीनों को खाली कराया जाना और आए दिन बाहरी लोगों द्वारा लड़कियों व महिलाओं से की जाने वाली छेड़छाड़ की घटनाओं को कैसे नजरअंदाज किया जा सकता है।
