देहरादून, 23 नवंबर। उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी आशा नौटियाल ने जीत दर्ज कर ली है। केदारनाथ विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार आशा नौटियाल ने 5623 वोट से जीत चुकी हैं। आशा नौटियाल ने कुल 23814 वोट प्राप्त किया जबकि कांग्रेस के मनोज रावत के पक्ष में 18191 मत पड़े। एक निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन चौहान ने 10 हजार से अधिक वोट बटोर कर सभी को चौंका दिया।
केदारनाथ उपचुनाव को लेकर पूरे देश में उत्सुकता का माहौल बना हुआ था क्योंकि कांग्रेस द्वारा इस सीट को लेकर कहा जा रहा था कि अयोध्या बद्रीनाथ तो झांकी है केदारनाथ अभी बाकी है। हालांकि इस केदारनाथ सीट पर जीत के लिए कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी लेकिन कांग्रेस अपने मंसूबोंं में सफल नहीं हो सकी। भाजपा के लिए भी केदारनाथ की यह सीट इसलिए प्रतिष्ठा का सवाल बनी हुई थी कि क्योंकि इससे पूर्व राज्य विधानसभा की दो सीटों मंगलौर और बद्रीनाथ के चुनाव में कांग्रेस बीजेपी को शिकस्त दे चुकी थी तथा केदारनाथ के चुनाव को आशा नौटियाल या भाजपा के साथ नहीं मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के बीच का चुनाव माना जा रहा था।
90 हजार से अधिक मतदाताओं वाली इस सीट पर 20 नवंबर को हुए मतदान में कुल 53 हजार 513 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। आशा नौटियाल ने पहले चरण से अपनी बढ़त बनाई और मतगणना के सभी 13 राउंड की गिनती पूरी होने तक उनकी बढ़त न सिर्फ बरकरार बनी रही बल्कि बढ़ती ही चली गई। वहीं निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन चौहान की जोरदार उपस्थिति ने भी कांग्रेस के गणित को बिगड़ने में अहम भूमिका निभाई। त्रिभुवन के समर्थन में पहुंचे बाबी पंवार के चुनाव प्रचार का भी उन्हें भारी लाभ मिला जिसके कारण वह 10 हजार से भी अधिक वोट बटोरने में सफल रहे।
आशा नौटियाल की जीत के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ की जनता को समर्थन के लिए बधाई देते हुए आभार व्यक्त किया है तथा विकास के क्रम को जारी रखने की बात कही है। धामी का कहना है कि जनता ने कांग्रेस को उसके दुष्प्रचार का जवाब दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केदानाथ उपचुनाव में जनादेश डबल इंजन की सरकार के अभूतपूर्व विकास कार्यो पर जनता की अटूट विश्वास की मुहर है।
