देहरादून/नई दिल्ली,08 अक्टूबर । हरियाणा चुनावी नतीजों में बीजेपी को मिली जीत पर भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड प्रदेश कार्यालय बलवीर रोड पर शाम 4 बजे भाजपा कार्यकर्ताओं ने मनाया। हरियाणा में भाजपा को मिली जीत के बाद चुनाव के नतीजों में सर्वे और एग्जिट पोल एक बार फिर फेल साबित हुए हैं। हरियाणा में अपेक्षाओं के विपरीत जाकर भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ आयी है। वहीं जम्मू—कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाती दिख रही है। यहां भाजपा को 370 हटाने का कोई राजनीतिक लाभ मिलता नहीं दिख रहा है।
हरियाणा में भाजपा की हैट्रिक ने राजनीतिक दलों ही नहीं बल्कि राजनीतिक पंडितों को भी चौंका दिया है। यह पहली मर्तबा है जब राज्य में लगातार तीसरी बार कोई दल अपनी सरकार बनाएगा उससे भी अधिक हैरानी की बात यह है कि पिछले चुनाव में भी भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था लेकिन तीसरी बार वह अपने पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आ रही है। और उसे 48 से 50 के बीच सीटें मिलती दिख रही है वहीं जम्मू कश्मीर में कांग्रेस और एनसी गठबंधन 50 के करीब सीटों के साथ पूर्ण बहुमत पाने में सफल होते दिख रहा है। खास बात यह है कि आप ने भी यहां एक सीट (टोडा) पर जीत दर्ज कर अपना खाता खोल दिया है।
हरियाणा की चुनावी हार को पचा पाना कांग्रेस के लिए बहुत मुश्किल हो रहा है क्योंकि यहंा किसान, जवान व पहलवान के सहयोग व समर्थन के साथ दस साल की एंटी इनकैम्बसी को भाजपा के लिए बड़ा खतरा माना जा रहा था तथा कांग्रेस को एक तरफा जीत मिलने की उम्मीद थी लेकिन परिणाम अपेक्षाओं के एकदम विपरीत आए हैं जिसे कांग्रेस भाजपा द्वारा चुनाव आयोग के जरिए बड़ा खेला किए जाने का आरोप लगा रही है।
कांग्रेस ने हरियाणा में बड़ी जीत सुनिश्चित मान ली थी और इस जीत के जश्न की तैयारी भी दून से लेकर दिल्ली तक बड़े पैमाने पर की गई थी वह सब धरी की धरी रह गई। सुबह पहले शुरुआती रुझानों में कांग्रेस की दोनों राज्यों में बड़ी बढ़त दिखी थी लेकिन 9.30 बजे से 10.30 के बीच ऐसी बाजी पलटी कि सब हैरान रह गए। भले ही कांग्रेस ने जम्मू कश्मीर में अच्छा प्रदर्शन किया हो लेकिन हरियाणा की हार ने उसे जीत के जशन लायक भी नहीं छोड़ा दून में कांग्रेस भवन में सुबह जो उत्साह था वह दोपहर होते—होते सन्नाटे में बदल गया। ठीक वैसा ही दिल्ली में भी देखने को मिला।
