देहरादून, 27 नवंबर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने अब तक की सरकारों पर गैरसैंण के नाम पर धोखा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि जब तक की जितनी भी सरकारें रही, सबके मुख्यमंत्रियों ने बड़ी बड़ी बातें की है और गैरसैंण के नाम पर जनता के साथ छलावा किया है। बुधवार को उन्होंने चर्चा करते हुए कहा कि पौड़ी मंडल मुख्यालय है लेकिन कौन अधिकारी बैठता है। पूर्व मुख्य सचिव सुभाष कुमार तथा तत्कालीन डीआईजी कविराज सिंह नेगी की चर्चा करते हुए डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि इन दोनों को छोड़कर कौन ऐसा अधिकारी है जो पौड़ी गढ़वाल मंडलय मुख्यालय पर बैठकर समस्याएं सुनता हो। केवल बिल्डिंगें बनने से राजधानी नहीं बनती। उन्होंने कहा कि वर्तमान संदर्भों में कौन अधिकारी ऐसा है जो मंडल मुख्यालय में बैठकर समस्याओं का समाधान करता हो। उन्होंने कहा कि विजय बहुगुणा के कार्यकाल में यशपाल आर्य विधानसभा अध्यक्ष थे और मैं मंत्री था। उस समय मैंने मंच से ही कहा था कि देहरादून नियमित राजधानी है और गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी। गैरसैंण को उसी रूप से विकसित किया जाना चाहिए लेकिन सच यह है कि राजधानी गैरसैंण के नाम पर फरेब हो रहा है। डॉ. हरक सिंह रावत ने सभी सरकारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि गैरसैंण में सरकारों द्वारा सत्र आहूत किया जाता है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक मिलकर दो तीन दिन शोर शराबा करते हैं और दो तीन दिन में सदन समाप्त कर दिया जाता है। इन सबको न तो गैरसैंण की चिंता है और न ही उसे ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने का मन। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में सभी सरकारें उत्तराखंड के आंदोलनकारियों और शहीदों के मंतव्यों का पालन नहीं कर रहे हैं जो दुखद है। यह स्थिति बहुत अनुकूल नहीं है।

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