देहरादून। विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन बुधवार को विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच जोरदार तकरार देखने को मिली। सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग पर अड़े विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा किया वहीं बीते कल विधायक मदन बिष्ट और संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद के बीच हुई तकरार को लेकर सत्ता पक्ष ने अमर्यादित व्यवहार करने को लेकर विपक्ष से माफी मांगने की मांग की। यही नहीं प्रीपेड मीटर का विरोध कर रहे विपक्ष द्वारा सभी काम रोक कर इस पर चर्चा करने की मांग की। जिसे अस्वीकार करने पर सदन के अंदर और बाहर कांग्रेसियों ने खूब हंगामा व धरना प्रदर्शन किया।
बुधवार को सदन की कार्रवाई शुरू होते ही विपक्ष ने सदन में सत्र की अवधि कम रखने का मामला उठाया और कहा कि एक दिन में 1 घंटे में किस तरह से विपक्ष द्वारा लगाये गये सवालों का जवाब सरकार दे सकती है। जनहित के मुद्दों पर चर्चा करने व सुनने के लिए सरकार तैयार क्यों नहीं है। इस पर संसदीय मंत्री प्रेमचंद ने कहा कि सत्र का समय बिजनेस के हिसाब से तय किया जाता है इस पर विपक्ष के विधायक भड़क उठे और उन्होंने सरकार पर कई तरह के आरोप लगाए।
उधर सत्ता पक्ष ने भी कल संसदीय मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ विधायक मदन बिष्ट द्वारा प्रयोग किए गए अमर्यादित भाषा व टीका टिप्पणी करने को लेकर माफी मांगने की बात कही, जिसे लेकर फिर खूब हंगामा हुआ। स्पीकर ऋतु खंडूरी ने भी इस दौरान विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि आप सभी लोग पढ़े लिखे हैं तथा आप यहंा जनता के सवाल व समस्याओं के समाधान पर चर्चा करने आते हैं लड़ने झगड़ने या गाली गलौज करने नहीं। विपक्षी सदस्यों को मर्यादित व्यवहार करना चाहिए।
विपक्ष ने सदन में राज्य में लगाये जा रहे प्रीपेड मीटर को जनता का खून चूसने वाला मीटर बताते हुए विपक्ष ने सभी काम रोक कर इस पर चर्चा कराने की मांग की गई। जिसे स्पीकर ने नकार दिया तथा नियम 58 के तहत चर्चा करने की मंजूरी दी गई। विपक्ष का कहना है कि यह प्रीपेड मीटर लगाने की जरूरत क्यों आ रही है जब सरकार द्वारा अभी एक—डेढ़ साल पहले ही इलेक्ट्रॉनिक मीटर लगाए गए हैं। कांग्रेस विधायकों का कहना है कि इस मद पर 2027 करोड़ क्यों खर्च किए जा रहे हैं जबकि पुराने मीटर ठीक काम कर रहे हैं इसे लेकर कांग्रेस विधायकों ने कहा कि वह जनता के हित में इन मीटरों को नहीं लगने देंगे। इसे लेकर कांग्रेस के विधायकों ने सदन के अंदर जमकर हंगामा किया।