देहरादून, 26 सितम्बर। पहाड़ पर मानसूनी आपदा का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीती रात से राज्य के कई हिस्सों में हो रही भारी बारिश और भूस्खलन से केदारनाथ तथा बदरीनाथ हाईवे पर कई स्थानों पर भूस्खलन से रास्ते बंद हो जाने से जगह—जगह यात्री फंसे हुए हैं। वहीं नदी—नाले भी एक बार फिर उफान पर आ गए हैं। धर्म गंगा के उफान पर आने से एक फोकलैंड मशीन बह गई है।
दो दिनों की थोड़ी राहत के बाद एक बार फिर से राज्य में मानसून की सक्रियता बढ़ने से पहाड़ों में फिर मुश्किलें बढ़ गई है। केदारनाथ हाईवे और पैदल मार्ग को भारी नुकसान हुआ था जिसके कारण यात्रा बाधित रही। रुद्रप्रयाग और टिहरी क्षेत्र में भारी बारिश तथा भूस्खलन से मुश्किलें बढ़ गई हैं। धर्म गंगा में आए उफान में एक फैाकलैंड मशीन बह गई। बूढ़ा केदार से चिनास्वाड जाने वाली सड़क भी भारी बारिश के कारण टूट गई है।
उधर चमोली के नंदप्रयाग, नरकोटा और चटवा पीपल तथा छिनका में भूस्खलन से बद्रीनाथ हाईवे कई स्थानों पर बंद हो गया है। बदरीनाथ हाईवे पर जगह—जगह हजारों की संख्या में यात्री बीते 8 घंटो से फंसे हुए हैं। कई स्थानों पर पहाड़ से पत्थर बरसने और मलवा आने से यातायात रोका गया है।
इधर दून और मसूरी में भी कई क्षेत्रों में भारी बारिश से केंपटी फॉल मार्ग बंद हो गया। कालसी—चकराता मार्ग भी बीते 8—10 घंटो से बंद है तथा सैकड़ो वाहन फंसे हुए हैं। मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार अभी दो—तीन अक्टूबर तक राज्य में मानसून की सक्रियता बनी रहेगी। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटो में राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना जताई है।
