देहरादून। स्पेशल टास्क फोर्स ने डेढ़ करोड़ की ठगी करने वाले मास्टरमाइंड को राजस्थान से गिरफ्तार कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसको न्यायालय में पेश किया जहां से उसको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
नवनीत सिंह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ उत्तराखंड ने जानकारी देते हुये बताया कि कुछ समय पूर्व साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून को एक प्रकरण प्राप्त हुआ जिसमें हरिद्वार निवासी पीड़ित को यूके स्थित व्हाट्सएप नंबर से फर्म क्वांटम कैपिटल के नाम से एक व्हाट्सएप संदेश प्राप्त हुआ जिसके बाद व्हाट्सएप नंबर से एक व्यक्ति द्वारा स्वयं को भारतीय ब्रोकर के रूप में पेश किया गया एवं 12 हजार रुपये के निवेश पर 16 हजार रुपये का एक छोटा सा रिटर्न देकर विश्वास में लिया और फिर उसने अपने फर्म पोर्टल क्वांटम कैपिटल के माध्यम से इसे 50 प्रतिशत तक बढ़ाने के लिए पीडित से 18 लाख रुपये मांगे। उक्त ठगों के द्वारा पीडित को रोजाना व्हाट्सएप कॉल की जाती थी और निवेश हेतु मांगे गये रुपयों को किसी ट्रेड पोर्टल के माध्यम से निवेश करना बताया जाता था और पीडित को फोन पर डाउनलोड करायी गयी फर्जी वैबसाइट पर मुनाफा दिखाया जाता था एवं निकासी पर क्लिक करने पर 15 मिनट में पैसे प्राप्त होने की बात बतायी जाती थी। लेकिन पीडित को कभी पैसे नहीं मिले तथा बात करने पर टालमटोल करता रहा। इस प्रकार अज्ञात साइबर ठगों द्वारा पीडित इस पूरे प्रकरण में क्वांटम कैपिटल के माध्यम से कुल एक करोड तिरालीस लाख तीन हजार छ: सौ पचपन की साइबर धोखाधड़ी की गयी। इस प्रकरण की जांच साइबर थाने के निरीक्षक विजय भारती को दी। अंकुश मिश्रा पुलिस उपाधीक्षक साइबर क्राइम पुलिस के नेतृत्व एक टीम गठित की गई। टीम ने घटना में बैंक खातों/मोबाइल नम्बरों तथा व्हाटसप की जानकारी हेतु सम्बन्धित बैंकों, सर्विस प्रदाता कम्पनी तथा मेटा एवं गूगल आदि से पत्राचार कर डेटा प्राप्त किया गया। आरोपियो ने पीड़ित से धोखाधड़ी से ठगी गयी धनराशि को विभिन्न बैंक खातों में स्थानान्तरित किया गया था, जिसमें से अलवर राजस्थान के विभिन्न पाँच आईडीबीआई बैंक खातों में रुपये स्थानान्तरित होना तथा इन खातों में कुल रुपये का लेन देन होना प्रकाश में आया एवं इन बैंक खातों के विरुद्ध राष्ट्रीय साईबर क्राईम पोर्टल पर 15 शिकायते पहले ही दर्ज है। साइबर टीम ने साक्ष्य एकत्रित कर कार्यवाही करते हुये अभियुकत् मास्टरमाइण्ड कैलाश सैनी पुत्र पप्पू राम सैनी निवासी ग्राम उमरैण, थाना अकबरपुर, जिला—अलवर, राजस्थान को जयपुर हाईवे बाईपास, जिला सीकर, राजस्थान से गिरफ्तार किया गया है।
