देहरादून। विधानसभा सत्र के चौथे दिन विपक्ष कांग्रेस सत्ता पक्ष पर भारी पड़ता दिखा। सदन के बाहर जहां कांग्रेसी नेताओं ने यूसीसी के मुद्दे पर सरकार की घेराबंदी करते हुए विधान भवन का घेराव किया और प्रदर्शन किया वहीं सदन में गैरसैण में सत्र का आयोजन न किए जाने के मुद्दे पर तथा प्रश्नकाल के दौरान अनुपूरक सवालों के जरिए सत्ता पक्ष को पस्त करने में कोई कमी उठाकर नहीं रखी गई।
कांग्रेस के चार विधायक शुक्रवार को कंबल ओढ़कर सदन पहुंचे तथा गैरसैंण में सत्र का आयोजन न कराये जाने को लेकर अनोखे अंदाज में अपना विरोध दर्ज कराया। कल हाथों में हथकड़ियां पहन कर सदन में जाने और आज कंबल ओढ़ कर सदन में जाने पर कांग्रेस के विरोध का अपना अलग अंदाज है इन कांग्रेस की विधायकों का कहना है कि सरकार ठंड से अकड़ गई है इसलिए वह उन्हें कंबल भेंट करने आए हैं। भाजपा के विधायक और मंत्रियों को गैरसैंण जाने में ठंड लगती है इसलिए वह ग्रीष्म काल में दून में सत्र का आयोजन कर रहे हैं।
उधर प्रश्न काल के दौरान कांग्रेस के विधायकों ने कृषि मंत्री गणेश जोशी को निरुत्तर कर दिया और वह कांग्रेस के विधायकों के सवालों का जवाब नहीं दे सके। 10—12 मिनट तक ऐसी स्थिति बने रहने पर अंतत: स्पीकर ऋतु खंडूरी को यह प्रश्न स्थगित करना पड़ा। यह पहला अवसर है जब सरकार द्वारा किसी प्रश्न को स्थगित किया गया हो। कांग्रेस विधायको द्वारा कृषि मंत्री गणेश जोशी से यह सवाल जब पूछा गया तब वह नमामि गंगे कृषि योजना की प्रगति की जानकारी दे रहे थे। इस योजना के तहत सूबे के 4 जिलों में 1950 हेक्टेयर भूमि पर प्राकृतिक खेती करने की तैयारी है। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने जब अपने जवाब में प्राकृतिक खेती और पारंपरिक खेती का उल्लेख किया तो प्रीतम सिंह ने उनसे पूछा कि प्राकृतिक खेती में वह क्या फासले बाई जाएगी। कृषि मंत्री जोशी उनके इस सवाल का कोई जवाब नहीं दे सके। कृषि विभाग के अधिकारियों ने भी उनकी मदद करने की कोशिश की लेकिन वह यह नहीं बता सके की प्राकृतिक खेती में क्या होता है? 10—12 मिनट तक जब इस सवाल का कोई जवाब कृषि मंत्री नहीं दे सके और इधर—उधर की बातें करते दिखे तो अंत में स्पीकर ने इस सवाल को स्थगित कर दिया गया।
नेता विपक्ष यशपाल आर्य सत्र का समय कम होने को लेकर असंतुष्ट दिखे उनका कहना है कि सरकार कल और सत्र चलाएगी उसके बाद कोई संभावना नहीं है। सत्ता पक्ष को अभी भू कानून संशोधन बिल सहित 12 विधेयकों को पास करने हैं सरकार की यह कोशिश रहेगी कि कल तक सारा काम निपटा लिया जाए और सभी विधेयक पारित करा लिए जाए। आर्य का कहना है कि तमाम ऐसे मुद्दे हैं जिन पर कांग्रेस सरकार से सवाल पूछना चाहती है लेकिन सरकार समय ही नहीं दे रही है।
