बड़कोट पहुंचे मुख्यमंत्री धामी, खुद संभाली यात्रा की कमान
देहरादून। चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं को पटरी पर लाने के लिए अब खुद मुख्यमंत्री मैदान में उतर गए हैं। बीते कल उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को खुद फील्ड में जाने और बिना रजिस्ट्रेशन किसी भी यात्री को यात्रा पर न जाने देने के सख्त निर्देश दिए थे। शुक्रवार को स्थिति का जायजा लेने सीएम खुद बड़कोट यात्रियों के बीच पहुंचे और उनसे बातचीत की।
धामों में क्षमता से अधिक यात्री न पहुंच पाए इसके लिए शुक्रवार से चेकिंग अभियान सभी चेक पोस्टों पर चलाए जा रहा है। बिना पंजीकरण और बिना फिटनेस के साथ आने वाली यात्रियों व वाहनों को वापस भेजा जा रहा है। दून कूल्हान चेक पोस्ट पर बाहर से आने वाले ऐसे 10 वाहनों को आरटीओ विभाग के कर्मचारियों ने वापस लौटा दिया जिनके कागज वैध नहीं थे। वहीं सैकड़ों की संख्या में उन यात्रियों को वापस लौटाया गया जिनके लॉट अलाट अग्रिम तरीकों के थे और वह पहले ही यात्रा पर आ गए थे।
उधर उत्तरकाशी में चेकिंग के दौरान दो बसों को रोका गया जिनमें 80 यात्री सवार थे और वह हरिद्वार से यात्रा पर आये थे इन दोनों बसों के बारकोड चेक किए गए तो वह फर्जी पाए गए। यात्रियों से पूछताछ में पता चला कि दो टूर ऑपरेटर्स ने उनकी यात्रा के लिए बस उपलब्ध कराई थी। दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं रुद्रप्रयाग पुलिस और प्रशासन द्वारा सभी यात्री वाहनों व यात्रियों के रजिस्ट्रेशन व कागजात की गहन चेकिंग की जा रही है जिसके कारण यहां 5 किलोमीटर लंबा जाम लग गया जिससे यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है।
उधर मुख्यमंत्री ने आज बड़कोट में जाकर खुद यात्रा का हाल जाना। यात्रियों व व्यवसायियों से वार्ता की और उन्हें एक—दो दिन में सभी हालात सामान्य होने का भरोसा दिलाया है। शुक्रवार को गंगोत्री, यमुनोत्री धर्मों में 8 से 10 हजार के बीच यात्री पहुंचने की सूचना है। सीएम का कहना है की हालत सामान्य होने तक वीआईपी दर्शनों पर लोग रोक लगी रहेगी।
