देहरादून, 22 मई। मलिन बस्तियों के मुद्दे पर कांग्रेस भाजपा को घेरने का निरंतर प्रयास कर रही है जबकि भाजपा की ओर से इस मुद्दे का हल निकाले जाने की कसरत चल रही है। कांग्रेस की ओर से मलिन बस्तियों के नियमितीकरण की मांग को लेकर राजनीति गरमा रही है। एक ओर जहां एनजीटी ने मलिन बस्तियों के अवैध तरीके से बने घरों को ध्वस्त करने का नोटिस जारी किया है तो दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी ने आज नगर निगम का घेराव किया है । एनजीटी द्वारा इन बस्तियों को हटाने के लिए नोटिस भेजे जाने के बाद यह मुद्दा एक बार फिर राजनीतिक रंग लेता जा रहा है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इतने लंबे समय से जो लोग इन बस्तियों में रह रहे हैं उन्हें वह किसी भी कीमत पर उजड़ने नहीं देंगे।
इस मुद्दे को लेकर आज कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना और महानगर अध्यक्ष जसविंदर जोगी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओ ने नगर निगम कूच किया उनकी मांग है कि सरकार इन बस्तियों में रहने वाले लोगों को मलिकाना अधिकार दे। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार इन बस्तियों में रहने वाले लोगों को उजाड़ना चाहती है लेकिन कांग्रेस उनकी लड़ाई पहले भी लड़ती रही है और आगे भी लड़की रहेगी। उधर इस मुद्दे का समाधान निकालने के प्रयास भाजपा द्वारा भी किए जा रहे हैं। क्योंकि निकाय चुनाव सर पर है जिनमें मलिन बस्तियों के मालिकाना हक का मुद्दा एक बड़ा मुद्दा रहता है। इसलिए भाजपा के क्षेत्रीय विधायक और पार्षद भी इस मामले का समुचित समाधान ढूंढ रहे हैं ठीक वैसे ही जैसे 2018 में सरकार द्वारा अध्यादेश लाकर इन बस्तियों में बुलडोजर चलाये जाने से रोका गया था।
