देहरादून, 21 मई। वित्त मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने मंगलवार को वित्त विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान सोसायटी रजिस्ट्रेशन के लिए नियमावली बनाने पर रजिस्ट्रार चिट फंड पर सचिव वित्त को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए।
विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान विधानसभा में आयोजित बैठक में बजट अधिकारी मनमोहन मनाली द्वारा वर्ष 2023-24 की उपलब्धियां बताई गई। समीक्षा बैठक में उच्च अधिकारियों द्वारा बताया कि वर्ष 2022-23 में कुल व्यय 56 हजार करोड रुपए रहा, जबकि वर्ष 2023-24 में यह व्यय बढ़कर 60 हजार करोड रुपए हो गया। इस प्रकार वर्ष 22-23 की तुलना में लगभग 4000 करोड़ का अधिक व्यय हुआ है। पूंजीगत परिव्यय 10982 करोड़ का हुआ। जो 2022-23 में 8195 करोड रुपए था। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अभी तक रेवेन्यू सरप्लस की स्थिति है। जीएसटी में लगभग 13 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। चालू वित्तीय वर्ष में बजट के अनुमान का अभी तक लगभग 11 प्रतिशत राजस्व प्राप्ति हो चुकी है यह वृद्धि मुख्यत: एसजीएसटी, वैट, स्टांप, आबकारी आदि विभाग द्वारा देखी जा रही है। डॉ प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा वर्ष 2023-24 में किए गए नवाचार व उपलब्धियां के लिए सराहना की। साथ ही कैपिटल आउटले में 34 प्रतिशत की वृद्धि होने पर सराहना की। उन्होंने राज्य के कर राजस्व में भी वृद्धि की सराहना की। नॉन टैक्स में वृद्धि की संभावना तथा विभाग को केंद्र पोषित योजना की विशेष समीक्षा करने के निर्देश दिए। और यूसी समय पर देने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने मोमेंटम को बनाए रखने के लिए भी उच्चाधिकारियों को कहा। डॉ अग्रवाल ने 30 जून तक वित्त विभाग में रिक्त पद तथा पदोन्नति पर आवश्यक कार्रवाई करने के लिए भी कहा।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन, सचिव वित्त वी षणमुगम, दिलीप जावलकर, एसएन पांडे, अपर सचिव वित्त अमिता जोशी, अपर सचिव वित्त गंगा प्रसाद, आयुक्त राज्य कर अहमद इकबाल, अपर आयुक्त राज्य कर आईएस बृजवाल, अनिल सिंह, अमित गुप्ता, बजट अधिकारी मनमोहन मनाली, निदेशक कोषागार डीसी लोहानी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
