देहरादून। मतदान शांतिपूर्ण संपन्न होने के बाद अब पूरा प्रशासन मतगणना की तैयारियों में जुटा हुआ है। कल सुबह 8 बजे से शुरू होने वाली मतगणना के लिए प्रदेश के सभी मतगणना केद्रों पर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई तथा विजय प्रत्याशियों के जुलूस निकालने पर भी सुरक्षा के मद्देनजर पाबंदी लगाई गई है।
राजधानी देहरादून में हर बार की तरह इस बार रायपुर स्टेडियम में मतगणना नहीं होगी। राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के कारण मतगणना स्थल रेंजर्स कॉलेज में बनाया गया है। राज्य के 11 नगर निगमों व 43 नगर पालिकाओं तथा 46 नगर पंचायतों के लिए चुनाव मैदान में उतरने वाले 5405 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला कल होने वाली मतगणना के साथ तय हो जाएगा। छोटी सरकार के लिए होने वाले इस चुनाव में मतदाताओं द्वारा जिस तरह से उत्साह दिखाया गया है उससे साफ है कि अपने स्थानीय प्रत्याशियों को लेकर जनता में किस तरह की जागरूकता है। मतदान के जहां तक प्रतिशत की बात है यह 66 फीसदी से अधिक है।
चुनाव में बड़ी संख्या में निर्दलीय तथा बागी प्रत्याशियों की मौजूदगी के कारण भाजपा और कांग्रेस के नेताओं की धड़कनें भी बढ़ी हुई है। भले ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भटृ इस बात का दावा कर रहे हो कि इस बार भाजपा सभी 11 निगमों में जीत का परचम लहराएगी लेकिन वह अच्छी तरह से जानते हैं कि पिछले चुनाव में जब निगमों की संख्या 8 थी तब भी उनके हाथ से दो—तीन निगम फिसल गए थे। इस बार जब 11 में से तीन चार निगमों में बागी प्रत्याशियों के कारण मुकाबला अत्यंत ही फंसा हुआ है सभी सीटों पर अपने महापौर जिताने का दावा सच नहीं हो सकता है।
लोकल वार्डों के इन चुनावों में अपनी—अपनी पसंद के प्रत्याशी की जीत की उम्मीद लगाये बैठे आम आदमी की दिलचस्पी इसलिए अधिक है क्योंकि सभी अपने प्रत्याशियों को विजयी देखना चाहते हैं। चुनाव नतीजो के समय कम अंतर से होने वाली हार जीत को लेकर समर्थकों में भिड़ंत के हालात बन जाते हैं जीत के उत्साह में अपने प्रतिद्वंदियों पर टीका टिप्पणी करने को लेकर भी कई बार भिड़ंत हो जाती है जिससे निपटने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। कल देर रात सभी चुनाव परिणाम आ जाएंगे।
