देहरादून, 04 नवंबर। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने अल्मोड़ा बस हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने हादसे में अपनी जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। साथ ही उन्होंने सरकार पर आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने आनन-फानन में इस हादसे के लिए जिम्मेदार मानते हुए पौड़ी और अल्मोड़ा के एआरटीओ प्रवर्तन को सस्पेंड किया है जबकि, एआरटीओ को सस्पेंड करने की बजाय सरकार यदि पहले से ही सड़कों को गड्ढा मुक्त कर देती तो यह हादसा नहीं होता।
करन माहरा ने कहा कि अल्मोड़ा में हुआ यह हादसा पहली घटना नहीं है बल्कि, इस तरह के सड़क हादसे पहले भी हो चुके हैं, लेकिन एआरटीओ को सस्पेंड करने के बजाय यदि सरकार सड़कों को दुरुस्त और गड्ढा मुक्त करती और सड़कों का चौड़ीकरण किया होता तो यह हादसा नहीं होता। उन्होंने कहा कि सड़कों के किनारे पैराफिट और क्रैश बैरियर नहीं लगाए गए हैं जो सरकार की खामियों को उजागर कर रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को ये भी बताना चाहिए कि जब बस सुबह 7 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, उसके बाद जिलाधिकारी ने जनप्रतिनिधियों का फोन उठाना भी मुनासिब नहीं समझा। एंबुलेंस भी दुर्घटनास्थल पर काफी देरी से पहुंची। इस देरी की वजह से कई लोगों का ज्यादा खून बह और कई लोग अपनी जान गंवा बैठे। इस दुर्घटना में हताहत लोगों को एयरलिफ्ट किए जाने में भी देरी की गई। उन्होंने इसे पूरी तरह से सरकार का फेलियर बताया है।