देहरादून/ हरिद्वार15 नवंबर। कार्तिक पूर्णिमा का स्नान पर्व के अवसर पर शुक्रवार को हरिद्वार में गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। श्रद्धालु गंगा स्नान कर पुण्य और मोक्ष की कामना लिए दूर-दूर से गंगा स्नान के लिए आए हुए हैं। कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर गंगा स्नान करने का विशेष महत्व माना जाता है। कार्तिक पूर्णिमा का धार्मिक दृष्टि से काफी महत्व है और इसे देव दीपावली के रूप में भी मनाया जाता है।
शुक्रवार को सुबह से ही मां गंगा को नमन कर श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखते हुए पुलिस ने यातायात प्लान जारी किया है। बाहर से आने वाले वाहनों के लिए रूट डायवर्जन प्लान लागू करते हुए पार्किंग स्थल तय कर दिए गए। मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन जो व्यक्ति गंगा स्नान और दीपदान करता है, वह देवताओं के समान हो जाता है। कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने और तुलसी पत्र,चांदी पात्र दान करने मात्र से ही असीम पुण्य का लाभ मिल जाता है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पूरे मेला क्षेत्र को 9 जोन और 33 सेक्टरों में बांट कर सुरक्षा व्यवस्था के बीच सम्पूर्ण मेला क्षेत्र पर सीसीटीवी कमरों के माध्यम से नजर भी रखी जा रही है। वहीं एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने प्लान का सख्ती से पालन कराते हुए यातायात व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए हैं। दिल्ली, मेरठ, मुजफ्फरनगर से स्नान के लिए हरिद्वार आने वाले वाहन नारसन, मंगलौर, कोर कॉलेज, ख्याति ढाबा, गुरुकुल कांगड़ी, शंकराचार्य चौक होते हुए अलकनन्दा, दीनदयाल, पंतद्वीप, चमकादड़ टापू पार्किंग में भेजे जाएंगे।
उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं का दबाव बढ़ने पर नारसन, मंगलौर, कोर कॉलेज, ख्याति ढाबा, गुरुकुल कांगड़ी, सर्विस लेन, सिंहद्वार, देशरक्षक तिराहा, बूढ़ीमाता, श्रीयंत्र पुलिया से बैरागी कैम्प पार्किंग में भेजे जाएंगे। अत्यधिक दबाव बढ़ने पर नारसन, मंगलौर, नगला इमरती अंडरपास, लंढौरा, लक्सर, सुल्तानपुर, फेरूपुर, एसएम तिराहा से श्रीयंत्र पुलिया से बैरागी कैम्प पार्किंग भेजा जाएगा। चंडी चौक से वाल्मीकि चौक और शिवमूर्ति चौक तक जीरो जोन रहेगा। शिवमूर्ति चौक से हरकी पैड़ी तक, भीमगोडा बैरियर से हरकी पैड़ी तक जीरो जोन रहेगा। पंजाब—हरियाणा से आने वाले सहारनपुर, मण्डावर, भगवानपुर, सालियर, बिजौली चौक, एनएच 344 होते हुए नगला इमरती, कोर कॉलेज, बहादराबाद बाईपास, हरिलोक तिराहा, गुरुकुल कांगड़ी, होते हुए अलकनंदा, दीनदयाल, पंतद्वीप, चमगादड़ टापू में भेजे जाएंगे। वाहनों का दबाव बढ़ने पर सभी वाहनों को बैरागी कैंप पार्किंग में पार्क कराया जाएगा।
