देहरादून/हरिद्वार। नवरात्रि के पहले दिन जहाँ भक्त उपवास के लिए तैयार थे, वहीं कुट्टू का विषाक्त आटा खाने से देहरादून और हरिद्वार में 250 से अधिक लोग बीमार हो गए। देहरादून में 200-250 और हरिद्वार में 25-30 लोगों को पेट दर्द, चक्कर, और बेहोशी जैसे लक्षणों के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। राहत की बात यह रही कि अब तक किसी की मौत की खबर नहीं है, हालाँकि कुछ मरीजों की हालत गंभीर होने पर उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुबह देहरादून के कोरोनेशन (66 मरीज) और दून अस्पताल (44 मरीज) का दौरा किया। उन्होंने मरीजों का हाल जाना और स्वास्थ्य विभाग को बेहतर इलाज के निर्देश दिए। गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे, डीएम सविन बंसल और एसएसपी अजय सिंह सहित कई अधिकारी मौके पर पहुँचे। सीएम ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और खाद्य सुरक्षा विभाग से विस्तृत जांच रिपोर्ट माँगी।
प्रारंभिक जाँच में पता चला कि यह आटा सहारनपुर की एक फर्म से सप्लाई हुआ था। देहरादून में तीन थोक विक्रेताओं ने इसे फुटकर दुकानों तक पहुँचाया। पुलिस और खाद्य विभाग की टीमें जाँच में जुटी हैं। सहारनपुर प्रशासन को सूचना दे दी गई और वहाँ एक पुलिस टीम भी भेजी गई। प्रभावित दुकानों को सील कर आटे की बिक्री पर रोक लगा दी गई है।
बीती रात से देहरादून के महंत इंद्रेश अस्पताल, सिनर्जी और अन्य अस्पतालों में मरीजों की भीड़ रही। हरिद्वार के लक्सर क्षेत्र में भी बीमारों को भर्ती कराया गया। दोपहर बाद प्राथमिक उपचार के बाद कुछ मरीजों को छुट्टी दे दी गई, लेकिन बड़ी संख्या में लोग अभी भी अस्पतालों में हैं। मुख्यमंत्री ने ने अतिरिक्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
खाद्य सुरक्षा पर सवाल
त्योहारों से पहले खाद्य सुरक्षा विभाग के विशेष अभियान की प्रभावशीलता पर सवाल उठे हैं। सीएम ने इसकी रिपोर्ट तलब की है। प्रशासन अब इस घटना के मूल कारण का पता लगाने में जुटा है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों।
