देहरादून। आगामी चारधाम यात्रा 2025 के सफल संचालन को सुनिश्चित करने के लिए यातायात पुलिस निरीक्षक यू.डी. सेमवाल ने एक विशेष बैठक आयोजित की। यह बैठक यातायात कार्यालय, मुनिकी रेती में आयोजित की गई, जिसमें यातायात व्यवस्था से जुड़े सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया। बैठक में सबसे पहले उच्च अधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों से सभी पुलिसकर्मियों को अवगत कराया गया और उनके अनुपालन के लिए निर्देशित किया गया। इसके बाद, अधिकारियों और कर्मचारियों से उनकी व्यक्तिगत या सामूहिक समस्याओं तथा सुझावों के बारे में पूछा गया, लेकिन किसी ने कोई समस्या या सुझाव नहीं रखा।
बैठक में विशेष रूप से चारधाम यात्रा के दौरान यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए। सभी ट्रैफिक कर्मियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया कि वे निर्धारित पैटर्न की वर्दी पहनें और समय पर अपनी ड्यूटी लोकेशन पर पहुंचकर ट्रैफिक व्यवस्था को नियंत्रित करें। चूंकि चारधाम यात्रा के दौरान मुनिकी रेती क्षेत्र में यातायात का अत्यधिक दबाव रहने की संभावना है, इसलिए अवकाश आवेदन केवल अपरिहार्य परिस्थितियों में ही स्वीकार किए जाएंगे। अवकाश के लिए आवेदन करने से पहले स्पष्ट कारण और आवश्यक दस्तावेज संलग्न करना अनिवार्य होगा।
यात्रा के दौरान ट्रैफिक नियंत्रण को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए निर्देश दिए गए कि मुख्य तिराहों और चौराहों पर अनावश्यक रूप से किसी भी वाहन को न रोका जाए। चालान की कार्रवाई केवल तभी की जाए जब सक्षम चालान अधिकारी उपस्थित हों। इसके अलावा, सभी पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया गया कि वे अवकाश पर जाने से पहले और वापस लौटने के दिन यातायात कार्यालय में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना सुनिश्चित करें।
यातायात के दबाव को कम करने के लिए मुख्य डायवर्जन प्वाइंट्स को सक्रिय करने और आवश्यकतानुसार वाहनों को डायवर्ट करने के निर्देश दिए गए। इससे अन्य मार्गों पर यातायात का संतुलन बना रहेगा और जाम की स्थिति उत्पन्न नहीं होगी। साथ ही, सभी कर्मियों को यह भी निर्देशित किया गया कि वे अपनी ड्यूटी के दौरान सड़क किनारे खड़े वाहनों को पार्किंग में लगाने के लिए वाहन चालकों को प्रेरित करें, ताकि सड़क पर अव्यवस्था न फैले और यातायात सुचारू रूप से चलता रहे।
बैठक में इस बात पर विशेष जोर दिया गया कि सभी पुलिसकर्मी अपनी जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा और सतर्कता से निभाएं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। यात्रा के दौरान ट्रैफिक पुलिस पूरी तरह मुस्तैद रहेगी और यात्रियों की सुरक्षा व सुगम यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करेगी।
