देहरादून18 नवंबर। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं कोषाध्यक्ष आर्येन्द्र शर्मा ने कहा कि राजधानी देहरादून के एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में विदेशी छात्रा के साथ छात्रावास में घुसकर दुष्कर्म की खौफनाक घटना सामने आई है। मतलब साफ है कि उत्तराखंड में छात्राओं के लिए निजी विश्वविद्यालय के छात्रावास भी अब सुरक्षित नहीं रह गए हैं।
सोमवार को मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि युवाओं के हित की बात करने वाली और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा सरकार ऐसे निजी विश्वविद्यालयों के खिलाफ कार्यवाही करने से क्यों कतरा रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा सेवा का कार्य का है, लेकिन इन निजी विश्वविद्यालयों ने शिक्षा को व्यापार का अड्डा बना दिया है। प्लेसमेंट के नाम पर बड़ी और छोटी कंपनियों की मिलीभगत के साथ छात्रों को धोखा दिया जा रहा है। एक से दो महीने जॉब पर रखकर उनको बाहर निकाल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि टीवी, अखबार और सड़कों पर बड़े बड़े विज्ञापन लगाकर ड्रीम्ड़ यूनिवर्सिटी का ढ़ोल पीटने वाले निजी विश्विद्यालय के मालिकों पर कार्यवाही कब होगी, जो सुनहरे सपने दिखाकर छात्र-छात्राओं के भविष्य को अंधेर में धकेल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एवं मानव संसाधन विकास मंत्रालय ऐसे निजी विश्वविद्यालयों , सोसाइटी के सभी सदस्यों और इनकी डाइरेक्टर्स की संपत्तियों की जांच कर इनकी मान्यता को रद्द करने की मांग की और साथ ही इन विश्वविद्यालयों में सघन चैकिंग और जांच कर ड्रग्स पहुंचाने वाले गैंग पर कड़ी कार्रवाई करने की भी मांग की।
