देहरादून/ उत्तरकाशी, 02 नवंबर। माँ गंगा के उद्गम स्थल तीर्थ स्थल गंगोत्री धाम के कपाट शनिवार को अन्नकूट के पावन पर्व पर मुहूर्त में वैदिक मंत्रोच्चार और विधि—विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिये गए है।
मां गंगा की डोली ढोल—दमाऊ, आर्मी बैंड और माँ गंगा के जय—जयकारों के साथ गंगोत्री से मुखबा गांव के लिए रवाना हुई। मां गंगा का रात्रि विश्राम आज मां चंडी देवी (मार्कण्डेय पूरी) मन्दिर में होगा। कल मां गंगा की उत्सव डोली भैयादूज के पर्व पर अपने मायके मुखबा (उखीमठ) पहुंचेगी। शीतकाल में श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन और पूजा—अर्चना गंगा जी के शीतकालीन प्रवास मुखबा स्थित गंगा मंदिर में कर सकेंगें। मां गंगा की भोग मूर्ति 6 माह सोमेश्वर देवता के साथ मुखवा में रहेंगी।
