देहरादून। दून में सुबह से ही मतदाताओं में खासा जोश देखने को मिला। प्रत्येक वार्ड में मतदाताओं की लाईन दिखायी दी। वहीं केसरवाला में ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार किया जिसके बाद जिलाधिकारी ने मौके पर तहसीलदार को भेजा। प्रशासन के समझाने के बाद लोगों ने मतदान शुरू किया।
नगर निकाय चुनाव को देखते हुए पुलिस व प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किये हुए थे। वहीं सुबह आठ बजे से पहले ही सभी प्रत्याशी व उनके समर्थक अपने—अपने मतदान केन्द्र पर पहुंच गये और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। जिसके बाद आठ बजे से ही मतदान की शुरूआत हो गयी थी। इस दौरान मतदाताओं में भी मतदान के लिए खासा जोश दिखायी दिया। प्रत्येक मतदान केन्द्र में मतदाताओं की भीड दिखायी दी और लम्बी—लम्बी लाइनें दिखायी दे रही थी। वहीं महिला मतदाता भी काफी उत्साहित दिखायी दी और वह भी अपने मतदान का प्रयोग करने के लिए सुबह से ही अपने मतदान केन्द्र पर पहुंचनी शुरू हो गयी। वहीं इस दौरान यह भी देखने को मिला की काफी संख्या में मतदाताओं का वोटर लिस्ट में नाम ही गायब दिखायी दिये जिसके लिए मतदाता मतदान केन्द्र के बाहर लिस्ट में अपना नाम तलाशते हुए दिखायी दिये। वहीं वोटर लिस्ट में कई लोगों के मौहल्ले तक बदले हुए दिखे जिससे मतदाताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड रहा था। इसके अलावा भी कई मतदान केन्द्रों में बेटे पत्नि का नाम वोटर लिस्ट में था लेकिन पिता का नाम गायब मिला। इस तरह की व्यवस्था के चलते मतदाताओं को काफी परेशानी झेलनी पडी। हर कोई अपने मताधिकार का प्रयोग करने को उत्सुक दिखायी दिया लेकिन प्रशासन की लापरवाही से कई लोगों को मतदाधिकार का प्रयोग करने से वंचित रहना पडा। इन सभी खामियों के चलते हल्की नोंक झोंक के साथ मतदान शांति पूर्वक चलता रहा। दोपहर 12 बजे तक हरर्बटपुर में 23.59 प्रतिशत, नगर पंचायत सेलाकुई (सेन्ट्रल होप टाउन) में 13.91 प्रतिशत, विकासनगर में 25.96 प्रतिशत, नगर पालिका परिषद मसूरी मे 24.55 प्रतिशत, नगर निगम ऋषिकेश में 20.23 प्रतिशत व नगर निगम देहरादून में 19.83 प्रतिशत व जिला स्तर पर मतदान प्रतिशत 21.39 प्रतिशत रहा। वहीं कई मतदान केन्द्रों में बुजुर्ग महिला व पुरूष भी मतदान करने के लिए पहुंचे। वहीं बुजुर्ग व बिमार मतदाताओं के लिए प्रत्याशियों ने वाहनों की व्यवस्था कर रखी थी। उनको उनके घर से मतदान केन्द्र तक वाहन से लाया जा रहा था तथा मतदान के बाद उनको वाहन से ही उनके निवास स्थान पर छोडा जा रहा था। जिलाधिकारी सविन बंसल ने दोपहर सवा दो बजे सीएनआई बालिका इंटर कालेज राजपुर रोड पर पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वही केसरवाला में ग्रामीणों के द्वारा मतदान का बहिष्कार किया हुआ था। जिसके चलते जिलाधिकारी ने तहसीलदार को वहां भेजा। तहसीलदार के समझाने के बाद लोगों ने मतदान करना शुरू किया। इसके साथ ही मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूडी ने अपने पति अनिल रतूडी के साथ राजकीय इंटर कालेज किशनपुर में पहुंच साढे़ ग्यारह बजे अपने मतदान किया।
