देहरादून, 18 नवंबर। ओएनजीसी में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले दो लोगों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया। इन आरोपियों ने कई बेरोजगारों से नौकरी का वादा किया था और इसके बदले में उनसे 1 लाख 72 हजार रूपये लिये थे। यह मामला तब सामने आया जब पीड़ित ने पुलिस से संपर्क किया और बताया कि उन्हें ओएनजीसी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर आरोपियों ने उनसे पैसे ठगे हैं।
जानकारी के अनुसार बीते 18 अगस्त को उजागर सिंह पुंडीर निवासी कोटद्वार द्वारा कोतवाली कोटद्वार पर एक शिकायती प्रार्थना पत्र देकर बताया गया था कि अमित रावत व अविनाश चमोली नाम के दो व्यक्तियों द्वारा उनसे ओएनजीसी में नौकरी दिलाने के नाम पर 1 लाख 72 हजार रुपये की ठगी की गयी है। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि दोनों आरोपी शातिर किस्म के होने के कारण लगातार अपने ठिकाने बदल कर गिरफ्तारी से बचने के लिए पुलिस को चकमा दे रहे थे जिसके बाद पुलिस द्वारा दोनों आरोपियों पर पांच—पांच हजार का ईनाम घोषित कर दिया गया।
जांच के दौरान पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि दोनो अपराधियों द्वारा नौकरी दिलाने के नाम पर कई अभ्यर्थियों को फर्जी नियुक्ति पत्र भी दिये गये थे जिसके बाद आरोपियोंं के विरूद्ध मुकदमा दर्ज होने पर पौड़ी पुलिस लगातार इनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत थी। अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार जया बलोनी के निर्देशन पर पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन विभव सैनी के पर्यवेक्षण, प्रभारी निरीक्षक कोटद्वार रमेश तनवर के नेतृत्व में पुलिस टीम गठन किया गया। पुलिस टीम ने आरोपी अमित रावत व अविनाश चमोली को देहरादून से गिरफ्तार किया गया। जिन्हें न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है।
